आँसू मैं ना ढूँदना हमें,
दिल मैं हम बस जाएँगे,
तमन्ना हो अगर मिलने की,
तो बंद आँखों मैं नज़र आएँगे.
लम्हा लम्हा वक़्त गुज़र जाएँगा,
चँद लम्हो मैं दामन छूट जाएगा,
आज वक़्त है दो बातें कर लो हमसे,
कल क्या पता कौन आपके ज़िंदगी मैं आ जाएगा.
पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,
हम अकेले थे अकेले ही रह जाते हैं,
दिल का दर्द किसे दिखाए,
मरहम लगाने वाले ही ज़ख़्म दे जाते हैं,
वक़्त तो हमें भुला चुका है,
मुक़द्दर भी ना भुला दे,
दोस्ती दिल से हम इसलिए नहीं करते,
क्योंकि डरते हैं, की फिर से ना रुला दे,
ज़िंदगी मैं हमेशा नये लोग मिलेंगे,
कहीं ज्यादा तो कहीं कम मिलेंगे,
ऐतबार जरा सोच कर करना,
मुमकिन नही की हर जगह तुम्हे हम मिलेंगे.
ख़ुशबू की तरह आपके पास बिखर जाएँगे,
सुकून बन कर दिल मे उतर जाएँगे,
महसूस करने की कोशिश तो कीजिए,
दूर होते हुए भी हम पास नज़र आएँगे ..............
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